श्रीमहंत गोपाल गिरि महाराज का संतों पर कड़ा प्रहार
स्वामी नरसिंहानंद गिरि समर्थन में आए श्रीमहंत, बताया शूरमा
हरिद्वार। श्री पंच आवाह्न अखाड़े के श्रीमहंत गोपाल गिरि महाराज ने डासना मंदिर के परमाध्यक्ष महामण्डलेश्वर स्वामी नरसिंहानंद गिरि महाराज के पक्ष में संत समाज के खड़े न होने पर संतों को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहाकि धर्म के ठेकेदारों की एक धर्म रक्षक पर विपत्ति आने के बाद भी चुप्पी विचारणीय और निंदनीय है।
विदित हो कि महामण्डलेश्वर स्वामी नरसिंहानंद गिरि महाराज द्वारा एक समुदाय विशेष को लेकर टिप्पणी किए जाने पर उनके खिलाफ जगह-जगह प्रदर्शन किए जा रहे हैं और कई स्थानों पर उनके विरूद्ध मुकदमें भी दर्ज कराए गए हैं। इतना ही नहीं टिप्पणी के बाद स्वामी नरसिंहानंद गिरि महाराज को गिरफ्तार किया जा चुका है। श्रीमहंत गोपाल गिरि महाराज ने कहाकि स्वामी नरसिंहानंद गिरि शुरू से ही हिन्दुओं की आवाज को बुलंद करने का कार्य करते आ रहे हैं।
संतों पर कड़ी टिप्पणी करते हुए श्रीमहंत गोपाल गिरि महाराज ने कहाकि धर्म के ठेकेदार बनने वाले यह बताएं की आज कौन से संत धर्म की रक्षा के लिए हैं। पत्तल चाटने वाले और लिफाफा लेने वाले ये दोनों कभी भी धर्म की रक्षा नहीं करते। ये ऐसे संत हैं, जो अपनी ही रक्षा नहीं कर सकते हैं, फिर ये धर्म की रक्षा क्या करेंगे।
श्रीमहंत गोपाल गिरि महाराज ने कहाकि रण में शूरमा लड़ते हैं। गीदड़ों का रण में कोई काम नहीं। कुछ लोग हिन्दुओं की अस्मिता की लड़ाई को दूर से गीदड़ की भांति देख रहे हैं। उनमें इतना साहस नहीं की वह धर्म रक्षा के लिए कुछ कदम उठाएं।
उन्होंने कहाकि यदि ऐसा नहीं है तो क्यों संत समाज स्वामी नरसिंहानंद गिरि महाराज के समर्थन में अपनी आवाज बुलंद नहीं करते। उन्होंने कहाकि संत व हिन्दू समाज के ठेकेदार बनने का दावा करने वाले कथित संतों को इस विषय को लेकर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को प्रस्ताव पारित कर भेजना चाहिए, की स्वामी नरसिहानंद गिरि महाराज को तत्काल रिहा किया जाए और उन पर दर्ज मुकदमों को तत्काल वापस लिया जाए। उन्होंने कहाकि यदि ऐसा नहीं होता है तो संतों और हिन्दू समाज का आक्रोश सरकारों पर भारी पड़ेगा।
श्रीमहंत गोपाल गिरि महाराज ने कहाकि षड् दर्शन साधु समाज, अखिल भारतीय सनातन धर्म रक्षा समिती के पदाधिकारी केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह से शीघ्र मुलाकात कर स्वामी नरसिंहानंद गिरि महाराज के संबंध में वार्ता करेंगे। उन्होंने बताया कि गृहमंत्री से सनातन धर्म की रक्षा और संविधान में एक समुदाय विशेष के लिए दी गई छूट को भी वापस लेने की मांग की जाएगी। उन्होंने कहाकि शीघ्र ही ऋषिकेश और हरिद्वार में इस मुद्दे को लेकर संतो की बैठक होगी और केन्द्रीय गृहमंत्री को ऋषिकेश आने का निमंत्रण दिया जाएगा।