हरिद्वार। जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी पर प्रबोधानंद महाराज ने हरिद्वार के पत्रकारों की निष्पक्षता व योग्यता पर सवाल खड़े करके के साथ काली पीठ पर लगाए आरोपों पर एडवोकेट अरुण भदौरिया ने एसएसपी को पत्र देकर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।

शिकायती पत्र में अरुण भदौरिया ने कहा की स्वामी प्रबोधानंद ने बयान दिया कि हरिद्वार के पत्रकारों का क्या स्टाइल है हमारी न्यूज़ नहीं चलने देते, इसके अलावा काली मठ में सनातन विरोधी गतिविधियां चलना बताया और यह भी अपने बयान में बताया की कई बार उन्होंने गतिविधियों को उजागर किया। उन्होंने यह भी बताया कि मुझे विश्वास सूत्रों से पता चला है कि प्रशासन और काली मठ के लोग उनकी हत्या करने की साजिश कर रहे हैं। 2 महीने से देख रहा हूं की भिन्न-भिन्न प्रकार के षड्यंत्र किया जा रहे हैं और यह भी बयान दिया कि यदि मेरी हत्या होती है तो उसके जिम्मेदार जिला प्रशासन और काली मठ के लोग होंगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की योग्यता पर भी स्वामी प्रबोधानंद महाराज ने प्रश्न चिन्ह लगाया है। जिस पर हरिद्वार के अरुण भदोरिया एडवोकेट ने एक प्रार्थना पत्र एसएसपी हरिद्वार को आज देते हुए समस्त जानकारी से अवगत कराते हुए प्रबोधानंद महाराज के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराए जाने की मांग की है।
कहा कि महामंडलेश्वर प्रबोधानंद महाराज से जांच में यह तथ्य भी लिए जाएं कि काली मठ में सनातन विरोधी गतिविधियां क्या पाई गई और क्या-क्या गतिविधियां रही है। प्रबोधानंद महाराज ने जिला प्रशासन व काली मठ के लोगों के मध्य क्या शांद गांठ पाया और हत्या करने की साजिश वर्तमान तक किस आधार पर इनके द्वारा वीडियो में वायरल किया गया। प्रबोधानंद महाराज द्वारा 2 महीने से भिन्न-भिन्न प्रकार के षड्यंत्र देखे जाने अपने बयान में बताए हैं, उन षडयंत्रों के संबंध में पूर्ण जानकारी ली जाए। जिला प्रशासन पर प्रबोधानंद महाराज को सहयोग करते हुए गनर दिया गया इसके बावजूद जिला प्रशासन पर हत्या कराई जाने का घिनौना आरोप किस प्रकार लगाया, किसके कहने पर वीडियो में यह बयान वायरल किया गया, आदि सभी तथ्यों को जांच में लेकर थाना अध्यक्ष श्यामपुर को एसएसपी हरिद्वार के माध्यम से प्रार्थना पत्र भेज कर कार्रवाई की मांग की है।


