हरिद्वार। फर्जी ट्रस्ट बनाकर आश्रम हड़पने के आरोप में भारत माता मंदिर के महंत और भाजपा नेताओं के खिलाफ दर्ज हुए मुकदमें में भाजपा नेताओं के साथ मिलकर धोखाधड़ी करने वाले संत अवधेशानंद लापता हो गए हैं। पिछले काफी समय से संत लापता हैं, पुलिस ने मुकदमे में संत को भी नामजद किया है। संत के साथ अनहोनी तो नहीं हो गई है, इसको लेकर शहर में चर्चाओं का बाजार गर्म है। पुलिस भी संत की तलाश में जुट गई है। आखिर संत कहां है, इसका कोई जवाब नहीं मिल रहा है। आश्रम में काबिज संत ने भी पुलिस को कोई जवाब नहीं दिया है। मुकदमा दर्ज कराने वाले दीपक उप्रेती ने बताया कि स्वामी अवधेशानंद पिछले काफी समय से लापता हैं। एक समझौता उन्होंने कुछ संतों के साथ किया था, जिसके बाद से उनका कुछ पता नहीं चल रहा है।
नारायण निवास आश्रम ट्रस्ट भूपतवाला के महासचिव दीपक कुमार पुत्र गोविन्द प्रसाद उप्रेती ने मुकदमा दर्ज कराते हुए बताया कि आश्रम के प्रमुख स्वामी महंत रामेश्वरानन्द शिष्य माता प्रेमकौर चले आते थे। आरोप है कि आश्रम में कार्यरत एक संत स्वामी अवधेशानन्द सरस्वती ने संत रामेश्वरानंद की बीमारी का लाभ उठाकर एक रजिस्टर्ड वसीयत वर्ष 2019 में अपने हक में करा ली। उसके बाद स्वामी रामेशवरानंद को अवधेशानंद की नीयत पर संदेह हुआ, तब उन्होंने दो माह बाद वसीयत निरस्त करा दी।
संपत्ति को खुर्द-बुर्द करने के दृष्टिगत स्वामी रामेश्वरानंद ने नारायण निवास आश्रम धर्मार्थ ट्रस्ट बनाया। जिसे अगस्त 2019 में सब रजिस्ट्रार के यहां रजिस्टर्ड करा लिया गया। ट्रस्ट के अध्यक्ष स्वामी स्वंय थे, जबकि अन्य पदाधिकारी भी बनाए गए। उनकी मृत्यु के बाद स्वामी अवधेशानन्द ने खुद को शिष्य बताते हुए दिसंबर 2019 में एक नई ट्रस्ट का गठन कर लिया।
आरोप है कि स्वामी रामेश्वरानंद ने अपने जीवन काल में ही ट्रस्ट बना दी थी। ऐसे में उन्होंने ट्रस्ट को भंग नहीं किया था। न ही ट्रस्ट का कोई चुनाव कराय गया था। यही नहीं स्वामी अवधेशानंद को आश्रम का महंत भी घोषित नहीं किया गया। ऐसे में जिन संतों की मौजूदगी में वह स्वंयभू अध्यक्ष बना, उनका गरीबदासी परंपरा से कोई लेना-देना नहीं है। आरोप है कि संपत्ति कब्जाने की नीयत से फर्जी ट्रस्ट बनाकर बनाने के खेल में भू माफिया भी इस षडयंत्र में शामिल है।
पुलिस ने स्वामी अवधेशानन्द सरस्वती नारायण निवास आश्रम भूपतवाला कलां, महामंडलेश्वर ललितानंद गिरि निवासी भारत माता मंदिर, भाजपा नेता विदित शर्मा निवासी शिव नगर भूपतवाला, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेता रितेश वशिष्ठ निवासी भगीरथी नगर भूपतवाला, स्वामी कृष्णानंद, दीपतानंद निवासी अवधूत आश्रम भूपतवाला, स्वामी अवधेशरानन्द निवासी भूपत्तवाला, महंत स्वामी सच्चीदानन्द निवासी श्री विसुधानन्द आश्रम बसंत गली खडखड़ी, स्वामी दिव्यानंद उर्फ दीपक निवासी दिप्तानन्द गोपाल भवन रानी गली भूपतवाला, स्वामी अनुजदास उर्फ अनुज चौहान निवासी बलजीत साधना केंद्र रानी गली भूपतवाला, स्वामी हरिशानन्द निवासी जान ज्योति आश्रम भगीरथी नगर भूपतवाला, स्वामी संजय ब्रहमचारी निवासी सोनीपत हरियाणा, बेघराज निवासी बेघराज एसोसियेटस सप्त ऋषि रोड भूपतवाला, स्वामी प्रकाशानन्द निवासी श्री भगवानधाम कबीर आश्रम धर्मशाला ट्रस्ट भूपतवाला, स्वामी सदानंद निवासी ज्वाला माता डेरा सिंह हरियाणा, धर्मेन्द्र कुमार निवासी मुजफ्फरनगर यूपी, पवन सिंह निवासी नियामतपुर लक्सर, महंत प्रेमदास निवासी कनखल, स्वामी अन्नतानंद निवासी माता रामभजन गंगा भजन आश्रम, महंत बाबा कमलदास निवासी हरिहर पुरुषोत्तम धाम हरिपुर कलां के खिलाफ मुकद्मा दर्ज किया है।


