हरिद्वार। दुर्घटना होने पर चालक को 10 वर्ष का करावास और पांच लाख अर्थदंड वसूलने के नए प्रावधान के विरोध में ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट यूनियन की तीन दिनी देशव्यापी हड़ताल का असर आज तीर्थनगरी हरिद्वार में भी देखने को मिला। इस हड़ताल को टैक्सी यूनियन ने भी अपना समर्थन दिया। जिसके चले टैक्सी, आटो, विक्रम आदि सभी सड़कों से नदारत रहे। जिस कारण से आम लोगों व यात्रियों को समस्याओं से दो-चार होना पड़ा। पर्यटक इधर उधर भटक रहें। हड़ताल के कारण यात्रियों खासकर बच्चों को परेशानी का सामना पड़ा।
बता दें कि एक से तीन जनवरी तक तीन दिनी देशव्यापी हड़ताल को सभी यूनियनों का समर्थन है। नए कानून में दुर्घटना की स्थिति में ट्रक चालक पर पांच लाख रुपये का जुर्माना और 10 साल कैद की सजा का प्रावधान किया गया है। जो ट्रक चालक की आर्थिक स्थिति के अनुसार गलत है। इधर इस हड़ताल का असर पहले ही दिन देखने को मिला। बसों और टैक्सियों के चक्के जाम होने से यात्रियों को इधर-उधर भटकना पड़ा। जो आटो, विक्रम सड़कों पर सवारियों को ढोते दिखाई दिए उन्हें यूनियनों के पदाधिकारियों ने जबरन खड़ा करवा दिया। हड़ताल के कारण ट्रक, बस, आटो, विक्रम सभी का चक्का जाम रहा। ट्रकों का चक्का जाम होने के कारण क्षेत्र के कई इलाकों में सड़कों पर ट्रकों के खड़ा होने से जाम की स्थिति बन गई।
उधर यूनियनों के पदाधिकारियों ने चक्का जाम में शामिल होने पर रोडवेज चालकों का आभार व्यक्त करते हुए कहाकि यदि सरकार ने अपना फैसला नहीं बदला तो आने वाले समय में हड़ताल में पेट्रोल व गैस टेंकरों को भी शामिल किया जाएगा।