कहते है दमा दम से जाता है। हाँ बिल्कुल दम से ही जाता है, लेकिन दवा में दम हो तो, दमा तो दुम दबाकर भाग जाता है।
आईए आज आपको दमानाश के लिए एक नुस्खा बता रहे हैं। बस बात इतनी है कि थोड़ा महंगा जरूर है, लेकिन एलोपैथी की उम्र भर दवा खाने से अच्छा है कि एक बार महंगा ही सही, लेकिन खाकर बिमारी और रोज रोज की दवा खाने में तो आराम मिल जाएगा।
औषधी का वर्णन
श्वाश कुठार रस 30 ग्राम
सूतशेखर रस 15 ग्राम
लक्ष्मीविलास रस 15 ग्राम
स्वर्णयुक्त सितोपलादि चूर्ण 15 ग्राम
श्वास कास चिंतामणि 10 ग्राम
सबको लाकर खरल में डालकर अच्छे से रगडाई करके अदरक का रस, पान के पत्तों का रस, तुलसी के पत्तों का रस, बाद में एलोवेरा के रस में घोटकर 260 गोली बना लें। सुबह-शाम दो-दो गोली शहद, दूध या कनकासव के साथ लें।
रोगानुसार, उम्रानुसार मात्रा घटाई बढाई जा सकती है। इसके सेवन से काली खांसी, सुखी खांसी व 20 साल पुराना दमा भी खत्म हो जायेगा।
Dr.(Vaid) Deepak Kumar
Adarsh Ayurvedic Pharmacy
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