पलटवारः अब रविन्द्र पुरी पर कांग्रेस ने दागे सवाल

काजल पुरी व नरेन्द्र गिरि की मौत मामले की जांच की मांग करेगी कांग्रेस


हरिद्वार।
उपनगरी ज्वालापुर स्थित चंदन वाले पीर की मजार तोड़े जाने के बाद से मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। मामला अब मजार तोड़े जाने मामला भाजपा बनाम कांग्रेस हो गया है। दोनों ही पक्ष एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं।


इसी सिलसिले में आज कांग्रेस नेता अनिल भास्कर ने आज प्रेस क्लब में पत्रकारों से वार्ता की। उन्होंने निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रविन्द्र पुरी पर जमकर हल्ला बोला। उन्होंने कहाकि महंत रविन्द्र पुरी ने 2 दिन पहले वीडियो के माध्यम से बयान में कहाकि विधायक रवि बहादुर जनता से माफी मांगे वर्ना उनके साथ जो सुलूक होगा उसकी जिम्मेदारी उनकी होंगी। उनका यह बयान आपराधिक रूप वाली खुली धमकी है, जिस पर तत्काल कार्यवाही की जानी चाहिए। उन्होंने रविन्द्र पुरी से पूछा की वह यह बताएं कि कौन सा सुलूक विधायक के साथ होगा और कौन करेगा। इसके लिए ज्वालापुर कोतवाली में तहरीर दी जा चुकी है, जिस पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस तत्काल कार्यवाही करे।
अनिल भास्कर ने कहाकि किसी भी धर्म के आस्था के स्थान को तोड़ा जाना और उस पर खुश होना हिन्दू या सनातन धर्म नहीं है। यह काम औरंगजेब के शासन में हुआ था, या अब हो रहा है। हम मंदिर या अन्य कोई भी स्थल तोड़े जाने के विरोध में है। कांग्रेस के लोग तो सभी पौराणिक व नियमों के आधार पर स्थित धार्मिक स्थलों के साथ खडे़ हैं।


उन्होंने कहाकि निरंजनी अखाडा, अखाडा परम्परा में उच्च अखाडा माना जाता है। यह अखाडा भाजपा का नहीं बल्कि यहां के अनुयायी और दानदाता तक सब आमजन होते हैं, जो विभिन्न पार्टियों के समर्थक भी हैं, रविन्द्र पुरी इस गद्दी का अपमान कर रहे हैं। उन्होंने कहाकि वह हिंदू हित की बात करते है परन्तु माँ मनसा माता मंदिर में गरीब दुकानदारों से लेकर वहां जाने वाले श्रद्धालुओं का शोषण हो रहा है, उस पर रविन्द्र पुरी शांत है, तब उनका हिन्दू प्रेम कहां जाता है। यदि वास्तव में वह हिन्दू और सनातन प्रेमी हैं, तो आज से मनसा देवी मंदिर के गरीब दुकानदारों के हित व श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए काम करें।

रविन्द्र पुरी निरंजनी अखाड़े की पवित्र गद्दी तथा भाजपा के एजेंट बनकर पवित्र भगवे का भी अपमान कर रहे हैं। कहाकि भगवा रंग हर सनातनी के लिए सम्मान का रंग होता है। यदि रविन्द्र पुरी इस रंग का सम्मान नहीं रख पा रहे हैं तो तत्काल निरंजनी अखाड़े का पद छोड़े, इसके लिए भी हम सभी सम्मानित अखाड़ों और निरंजनी अखाड़े के अन्य वरिष्ठ संतों को पत्र लिखकर निवेदन करने जा रहे हैं।
अनिल भास्कर ने कहाकि काजल पुरी केस की सीबीआई जांच की मांग एसएसपी के माध्यम से मुख्यमंत्री से करने जा रहे हैं, जिसमे यह जांच भी हो कि किस संत के साथ वह महिला अन्य शहरों में गई थी और जो अपराध उसने किया है उसके पीछे की वास्तविक कहानी क्या है, जो सबके सामने आये। अखाडा परिषद के पूर्व अध्यक्ष ब्रह्मलीन स्वामी नरेन्द्र गिरी की हत्या की भी विस्तृत जाच की मांग केंद्र से करने जा रहे हैं।


कहाकि कांग्रेस पार्टी आम जनता के बीच जाकर इस प्रकार के संतों से सवाल करेंगे कि वह बताये कि संत बनने के बाद व सम्मानित गद्दी पर विराजमान होने पर वह जातीय भेद भाव व दलित विरोधी आचरण करके कैसे समाज को आगे ले जा सकते हैं। यह सवाल भी पूछेंगे कि जनहित में वह क्या कार्य करते हैं, जिससे हिन्दू, सनातन धर्म का उत्थान हो। हम जनता को यह भी बताएंगे कि हमें किस प्रकार अच्छे संत और स्वार्थी संत के अंतर को समझना होगा। यह कार्य हम विभिन्न कॉलोनी में जाकर वहां से रविन्द्र पुरी को पत्र लिखेंगे और पत्र को सार्वजनिक भी करेंगे, जवाब ना मिलने पर आंदोलन भी किया जायेगा।

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