कांग्रेसियों ने दी अखाड़ा परिषद अध्यक्ष के खिलाफ तहरीर

हरिद्वार। चंदन वाले पीर की मजार ध्वस्तीकरण के बाद अब धर्मनगरी हरिद्वार में सियासत भी तेज हो चली है। जहां एक ओर हरिद्वार के संतों ने इस कार्यवाही का समर्थन किया तो वहीं विपक्ष इसको लेकर विरोध जता रहा है। इसी विरोध के बीच ज्वालापुर विधायक रवि बहादुर व उनके समर्थकों ने अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष निरंजनी अखाडा के श्रीमहंत रविंद्रपुरी का विरोध जताते हुए उनका पुतला फूंका और उनके खिलाफ ज्वालापुर कोतवाली में एक तहरीर दी है।

दरअसल आर्यनगर स्थित वर्षों पुरानी चंदन वाले पीर की मजार पर प्रशासन की टीम ने कार्यवाही करते हुए उसे ध्वस्त कर दिया था। जिसको लेकर ज्वालापुर के विधायक रवि बहादुर ने इसे समाधि कहते हुए इसके तोड़े जाने का विरोध जताया था। और यही से शुरू हुआ श्रीमहंत रविंद्र पुरी और ज्वालापुर विधायक रवि बहादुर के बीच जुबानी जंग का सिलसिला। जिस पर निरंजनी अखाडा के श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने पलटवार करते हुए कहा था कि विधायक रवि बहादुर को हिन्दू होकर भी मजार और समाधि का फर्क नहीं मालूम। इतना ही नहीं उन्होंने विधायक रवि बहादुर से माफी की मांग की और माफी ना मांगने पर परिणाम भुगतने की बात भी कह डाली।

जिसको लेकर विधायक रवि बहादुर के समर्थक ज्वालापुर कोतवाली पहुंचे और रविंद्र पुरी के खिलाफ एक तहरीर दी।
रवि बहादुर का कहना है कि एक महंत संत को इस तरह की धमकी भारी बातंे करना शोभा नहीं देता। उन्होंने कहा कि रविंद्र पुरी भाजपा का मुखौटा बनकर राजनीति कर रहे हैं तो एक संत के लिए यह अशोभनीय है। अगर उन्हें राजनीति करनी ही है तो भगवा उतारकर राजनीति करें।

माफी वाले बयान पर बोलते हुए विधायक रवि बहादुर ने कहा कि आज देश, प्रदेश का युवा बेरोजगार है, महंगाई चरम पर है यह महंत रविंद्र पुरी को दिखाई नहीं देता और फिर भी अगर उनके माफी मांगने से बेरोजगारी दूर होती है, रोजगार मिलते हो व महंगाई खत्म होती हो, तो वह माफी भी मांगने को तैयार हैं।

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