अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) अस्पताल की डॉक्टर श्वेता सैनी ने नूतन ओजस हॉस्पिटल में जन्मे जुड़वा बच्चों को सफलतापूर्वक ऑपरेशन कर अलग कर दिया है।
बताते चलें कि 2 दिन पहले हरिद्वार में पहली बार शरीर से जुड़े दो बच्चों ने जन्म लिया। उपनगरी ज्वालापुर के एक हॉस्पिटल में सिजेरियन डिलीवरी के बाद दोनों बच्चे और माता सुरक्षित रहीं। डॉक्टर भी हैरान हो गए हैं। दोनों बच्चों को अलग करने के लिए बच्चों को एम्स ऋषिकेश के लिए रेफर किया गया था। अस्पताल के डॉ. दीपक अग्रवाल ने बताया कि ज्वालापुर निवासी परवेज की पत्नी ने दो जुड़वा बच्चों को जन्म दिया। दोनों बच्चे आपस में पेट से जुड़े हैं।
ऐसा मामला पहली बार हरिद्वार में आया है। माता-पिता काफी गरीब हैं। बच्चों के शरीर को अलग करने के लिए हायर सेंटर रेफर किया गया था। एम्स अस्पताल के चिकित्सकों ने इसे चुनौती मानते हुए डॉ श्वेता सैनी ने ऑपरेशन कर पेट से जुड़े बच्चों को अलग-अलग कर दिया। उन्होंने बताया कि दोनों बच्चे बिल्कुल सुरक्षित है। माता-पिता की आंखे खुशी में नम हो गई है।


