हरिद्वार। हथियारों को खरीदने के लिए एक बच्चे ने अपने पिता का खाता ही खाली कर दिया। इस बात की जानकारी तब हुई जब बच्चे के अभिभावक साइबर ठगी होने की आशंका में कोतवाली पहुंचे। पुलिस ने मामले की जांच की तो पता चला की पैसे किसी ठग ने नहीं, बल्कि इंटरनेट बैकिंग के जरिये उनके ही बच्चे ने निकाले थे। ट्रांजेक्शन ऑनलाइन गेम की मिली है।
कोतवाली रुड़की क्षेत्र की एक कॉलोनी निवासी एक दंपति कोतवाली रुड़की पहुंचे।
उन्होंने बताया कि उनके खाते से रुपये निकल रहे हैं। कुछ दिन पहले भी 10 हजार रुपये निकल गए थे। अब 14 हजार रुपये निकल गए हैं। जबकि उन्होंने कोई खरीदारी नहीं की है। न ही यह रुपये निकाले हैं। उन्होंने साइबर ठगी की आशंका जताई। पुलिस ने रुपये निकलने की ट्रांजेक्शन देखी तो उसमें रुपये एक साथ न निकलकर थोड़े-थोड़े निकले थे। पुलिस के जांच कराने पर मालूम हुआ कि सारे रुपये ऑनलाइन गेम के लिए हथियार खरीदने में लगाकर खर्च किये गए हैं। इंटरनेट बैकिंग से यह रुपये निकाले गए हैं।
पुलिस को जांच में पता चला कि दंपति का बेटा फ्री फायर नाम का एक ऑनलाइन गेम खेलता है। वह गेम में जीतने के लिए ऑनलाइन हथियार खरीदने के इसके लिए अपने मम्मी-पापा के खाते से इंटरनेट बैंकिंग के खाते का उपयोग कर पैसा निकालता है। कोतवाली रुड़की के कार्यवाहक प्रभारी नरेश गंगवार ने बताया कि दंपति साइबर ठगी की आशंका में आए थे। लेकिन उनके साथ साइबर ठगी नहीं हुई है। उनका बेटा ही ऑनलाइन गेम के लिए इंटरनेट बैकिंग के जरिये खाते से रुपये निकाल रहा था।