अपने उत्तराखंड दौरे के दूसरे दिन यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पौड़ी के यमकेश्वर ब्लॉक स्थित अपने गांव पंचूर में ही समय बिताया। तीन मई को जब 28 साल बाद योगी अपने घर पहुंचे तो उनके पास कोई तोहफा नहीं था। योगी केवल छोटी-छोटी चॉकलेट लेकर अपने गांव पहुंचे थे। ये चॉकलेट उन्होंने अपने घर के बच्चों को दी। बच्चे भी मुख्यमंत्री योगी के हाथों से चॉकलेट लेकर खुश हो गए।
अजय सिंह बिष्ट से यूपी के सीएम तक का सफर तय कर चुके योगी आदित्यनाथ की घर पहुंचने पर घरवालों ने खूब आवभगत की, जिसे देखकर योगी भी बेहद भावुक हो गए थे। योगी आदित्यनाथ संन्यास के बाद पहली बार घर के किसी कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं। अपने व्यस्त कार्यक्रम के चलते पिता की मौत पर भी वो घर नहीं आ सके थे। अब वो अपने भतीजे के मुंडन संस्कार के कार्यक्रम में शामिल होंगे।
इस दौरान योगी आदित्यनाथ की ओर से अपने सुरक्षाकर्मियों को साफ निर्देश दिए गए हैं कि ये उनके घर का कार्यक्रम है लिहाजा चारदीवारी से बाहरी सुरक्षा के तमाम इंतजाम किए जाएं। घर में कोई भी सुरक्षाकर्मी मौजूद नहीं रहेगा। सीएम योगी आदित्यनाथ मंगलवार रात उसी कमरे में सोए, जहां उनका जन्म हुआ था। अपने तमाम परिवारों के सदस्यों से योगी आदित्यनाथ उसी तन्मयता के साथ मिले, जिस तन्मयता के साथ आज से लगभग 28 साल पहले वो मिलते रहे। योगी से मिलने गढ़वाल और अन्य इलाकों से लगभग 50 से अधिक परिवार के सदस्य पहुंचे हुए हैं।


योगी तोहफे में केवल चॉकलेट्स लेकर पहुंचें घर, जहां जन्मे उसी कक्ष में बितायी रात
