स्वामी कैलाशांनद ब्रह्मचारी पर लगाए सम्पत्ति हथियाने के आरोप
सम्पत्ति हडपने के लिए लगाए फर्जी मृत्यु पं्रमाण पत्र
हरिद्वार। जूनागढ़ के अग्नि अखाड़े के स्वामी रूद्रानंद गिरि ने कहाकि अग्नि अखाड़े के पदाधिकारियों ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर सम्पत्ति को खुर्द-बुर्द करने का कार्य किया है। उन्होंने कहाकि अपने दुष्कृत्यों के कारण अखाड़े के कई लोग आसाराम बापू के सहपाठी बनेंगे।
प्रेस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए उन्होंने कहाकि स्वामी गोपालानंद ब्रह्मचारी की मृत्यु के बाद भी उनकी दुर्दशा की। स्वामी गोपालानंद बापू की मृत्यु के बाद किसी और को महंत किसी और को बनाया गया। किन्तु फर्जी तरीके से कैलाशांनद को धांधली कर महंत बना दिया गया। जबकि महामण्डलेश्वर बड़ा होता है और महंत छोड़ा। उन्होंने कहाकि यह सब धांधली करने के रास्ते अपनाए गए। सभी में फर्जी दस्तावेज लगाए गए। उन्होंने कहाकि स्वामी मुक्तानंद ने अग्नि अखाड़े की सम्पत्ति बेचने के लिए स्वामी गोपालानंद बापू के 12 मृत्यु प्रमाण पत्र लगाए। जिसमें गोपालानंद, गोविनंदानंद व योगेश्वरा नंद के मृत्यु प्रमाण पत्र सही है। इसके साथ ही सम्पत्ति बेचने के लिए फर्जी कार्यकारिणी के कागजात लगाए। उन्होंने कहाकि अम्बिकांनद और योगेश्वरानंद शिष्य गोपालानंद अभी भी जिंदा हैं। बावजूद इसके उनके मृत्यु प्रमाणपत्र लगाए गए।
अग्नि अखाड़े के आचार्य ब्रह्मलीन स्वामी रसानंद की विधवा तेंजेन्दर कौर ने कहाकि स्वामी कैलाशांनद ने फर्जी तरीके से स्वामी रसानंद की सम्पत्ति पर कब्जा कर उसे बेच दिया। उन्होंने कहाकि कानूनी लड़ाई लड़ने के बाद खतौनी से स्वामी कैलाशांनद का नाम काट दिया गया। बावजूद इसके मार्च 2020 में स्वामी कैलाशांनद ने 24 लोगों को सम्पत्ति बेच दी। उन्होंने कहाकि जब सम्पत्ति में स्वामी कैलाशांनद का नाम ही नहीं है तो उन्होेंने सम्पत्ति को कैसे बेचा। उन्होंने कहाकि स्वंय को ज्ञानी कहने वाले कथित संत लोगों की सम्पत्ति हडपने के काम कर रहे हैं। उन्होंने कहाकि स्वामी कैलाशांनद ने दूसरों की सम्पत्ति बेचकर गुडागर्दी मचा रखी है। कहाकि कानूनी प्रक्रिया के चलते भी स्वामी कैलाशानंद सम्पत्ति को बेच रहे हैं। उन्होंने स्वामी प्रज्ञानानंद व निरंजनी के बीच चल रहे कथित विवाद पर बोलते हुए उन्होंने कहाकि नरेन्द्र गिरि जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती से स्वमी प्रज्ञानांनद कारे मांग कर आचार्य बनाने के लिए लाए थे। उन्होंने कहाकि विगत दिनों श्रीमहंत नरेन्द्र गिरि ने स्वामी प्रज्ञानानंद गिरि महाराज के चरित्र को लेकर भी कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहाकि ऐसा क्या हुआ की अचानक स्वामी प्रज्ञानानंद गिरि महाराज का चरित्र खराब हो गया। स्वामी रूद्रानंद गिरि महाराज ने कहाकि वे अग्नि अखाड़े में चल रहे कारनामों को लेकर न्यायालय में जाएंगे और जो भी अखाड़े की सम्पत्ति को खुर्द-बुर्द करने का कार्य कर रहे हैं उन सभी को आसाराम बापू का सहपाठी बनाया जाएगा।

फर्जी दस्तावंेजों के सहारे अग्नि अखाड़े की सम्पत्ति कर रहे खुर्द-बुर्दः रूद्रानंद


