हरिद्वार। राइस मिल में पकड़े गए 711 बोरों में सरकारी चावल मामले में इंटक कार्यकर्ताओं ने मोनिक धवन के नेतृत्व में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा साथ ही पूरे मामले की मजिस्ट्रेट जांच की मांग की।
मोनिक धवन के नेतृत्व में महानगर युवा इंटक के कार्यकर्ताओं व पदाधिकारी ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए राइस मिल में पकड़े गए 711 बोरे सरकारी चावल मामले की मजिस्ट्रेट जांच की मांग की। आरोप है कि जो सरकारी चावल राइस मिल से बरामद हुआ उसे दूसरी बोरियों से बदला जा रहा था। मंजू रानी ने कहा मामले में संलिप्त राशन डीलरों के लाइसेंस भी निरस्त किए जाएं और जुर्माना लगते हुए सजा दिलाई जाए। इंटक नेता महेंद्र गुप्ता ने कहा राशन डीलरों के स्टॉक कब चेक किए जाएंगे जिसका जवाब कौन देगा? गरीबों के घर कौन डकैती डाल रहा है?
वरिंदर भारद्वाज ने कहा भाजपा सरकार किसे बचाना चाह रही है इससे उनकी मंशा साफ नजर आ रही है। एक महीने का समय हो गया है अभी तक राशन डीलरों पर कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है। कहा कि पुलिस ने मुकदमा तो दर्ज कर लिया है लेकिन अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया गया। उन्होंने कहा कि यदि निष्पक्ष जांच हो तो इस बात का भी पता चल जाएगा कि सरकारी चावल कहां से आया है और कौन डीलर इसे ऊंचे दामों पर बाजार में बेच रहा है।
आरोप है कि इतनी बड़ी संख्या में (711 बोरे) मिला सरकारी चावल एक बहुत बड़ी घटना है जिसे भाजपा सरकार छुपाने में लगी हुई है यह इतना बड़ा भ्रष्टाचार का मामला है कि एक महीने बीत जाने के बाद भी साफ नहीं हो पाया है। इस पर भाजपा सरकार को अपनी नियति को साफ करना चाहिए। इस दौरान पूजा अरोड़ा, महेंद्र गुप्ता, वीरेंद्र भारद्वाज, मंजू रानी, विशाल, बलराम गिरी, कड़क, पवन शर्मा व मधुकांत गिरी आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।