पैरों की जलन के रोग में चलते समय दोनों पैरों में जलन होती है। पित्त तथा रक्त युक्त वायु विशेष रूप से, पैरों में जलन उत्पन्न करता है, इसलिए इसे पाद दाह कहते हैं।
उपचार
- आग पर उबाल कर ठंडा किया हुए पानी में, मसूर की दाल को पीसकर पैरों पर लेप करेने से पाददाह रोग दूर होता है।
- पैरों के तलवे पर मक्खन का लेप करके, आग से सेंकने से, भयंकर पाददाह रोग शांत होता है।
- दीवार से पैर लगा कर सोना, एक योगा जैसा ही है। इससे दो फायदे होते हैं, पहला तो पैरों में बढ़ा हुआ बीपी कम होता है। जिससे दर्द और जलन में कमी आती है। तो, दूसरा इस तरह से सोने से आपका ब्लड सर्कुलेशन सही होता है। इस कारण से ये तरीका, आपके तलवों में हो रही जलन को, कम करने में मदद कर सकती है। अगर आपको सोते समय ये परेशानी हो तो इस तरह से सोने की कोशिश करें।
- गर्म पानी में सेब का सिरका मिलाकर, उसमें पैरों को भिगोने से पैरों की जलन से आराम मिलता है। ये आपकी तलवों की स्किन पोर्स को पहले खोलता है और फिर दर्द व सूजन से, आराम दिलाता है। इसके बाद ये ब्लड सर्कुलेशन को सही करता है। जिससे जलन में कमी आती है। अगर आपको ये समस्या परेशान करे तो सेब के सिरके में पैरों को भिगोएं और आराम की नींद सोएं।
- तलवों पर पिपरमेंट ऑयल लगाना आपको काफी आराम महसूस करवा सकता है। ये तरीका हमेशा ही कारगर रहा है और इससे आपको आराम महसूस होता है। पिपरमेंट ऑयल ठंडा होता है, जो कि नर्व्स को आराम देता है और जलन में कमी लाता है। साथ ही इससे आपको नींद भी जल्दी आ जाती है।
- नीलगिरी के तेल से पैरों की मालिश करें, पैरों की जलन और दर्द को दूर करने का कारगर तरीका है। ये तरीका काफी तेजी से काम करता है। नीलगिरी का तेल ठंडा होता है, साथ ही ये एंटी इंफ्लेमेटरी भी है। यानी कि , तुरंत ही दर्द से राहत दिला सकता है। इसके अतिरिक्त, ये नाडिघ्यों को आराम कर सकता है, जिससे आपको जलन कम महसूस होती है।
Dr. (Vaid) Deepak Kumar
Adarsh Ayurvedic Pharmacy
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