हरिद्वार। एजेंलस एकेडमी सीनियर सेंकेडरी स्कूल की छह वर्षीय मासूम के साथ स्कूल बस के चालक द्वारा किए गए यौन उत्पीड़न के प्रकरण में महानगर व्यापार मंडल अध्यक्ष ने मोर्चा खोलते हुए सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन देकर स्कूल की मान्यता रदद करने की मांग की है। उन्होंने निजी स्कूल प्रबंधन की मनमानी रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने की भी मांग की।
इस अवसर पर जिला अध्यक्ष सुनील सेठी ने कहा कि मासूम अपने स्कूल में ही सुरक्षित नहीं है। अभिभावकों से महंगी फीस वसूली जारी कर उनका शोषण किया जा रहा है। स्कूल प्रबंधन की मनमानी के चलते अभिभावक बच्चों के भविष्य को देखते हुए मनमानी पर चुप्पी साधे हुए हैं।
कहा कि शर्मनाक घटना पर बस चालक के खिलाफ कार्रवाई की पहल करने की बजाय प्रधानाचार्य घिनौने अपराध पर पर्दा डालने में जुटी रही। पीडि़ता की मां को शिकायत करने पर स्कूल से निकाल दिया गया। कहाकि इससे घृणित आचरण हो नहीं सकता। उन्होंने मुख्य सचिव से स्कूल की मान्यता रद्द करने की मांग की।
समाजसेवी पंडित अधीर कौशिक ने कहाकि स्कूल बस में महिला सहायक होना आवश्यक है। व्यापारी नेता सतेंद्र झा एवं वरिष्ट उपाध्यक्ष प्रीत कमल ने कहा कि आज पब्लिक स्कूलों की मनमानी इस कदर बच्चों के शोषण के रूप में बढ़ गई है कि हर अभिभावक त्रस्त है। इतनी महंगी फीस के बाद भी बच्चा स्कूल में अगर सुरक्षित नहीं तो क्या ऐसे स्कूलों को बंद कर देना जरूरी है।
ज्ञापन देने वालों में रणवीर शर्मा, सचिन चौधरी, हरि मोहन भारद्वाज, गौरव खन्ना, महेश चन्द कालोनी, राजू जोशी, एस एन तिवारी, पवन पंडित, अभिनव चौरसिया, हरीश अरोड़ा, राकेश सिंह, मनोज ठाकुर, सोनू चौधरी, पवन पांडे, नंदकिशोर पांडे, भूदेव शर्मा, अनिल कोरी, पंकज कुमार, लव शर्मा, वासु कुमार, हरि शर्मा, देवेंद्र सिंह, सुनील मनोचा, मुकेश अग्रवाल, सचिन अग्रवाल, रवि बांगा समेत कई लोग शामिल रहे।