अपहरणकर्ताओं ने मृतक की मां से मांगी थी 70 लाख की फिरोती
लैब के ही कर्मचारी निकले घटना के मास्टरमाइंड, हत्या कर शव को कट्टे में किया था पैक
हरिद्वार। व्यक्ति की हत्या व फिरौती मामले का पुलिस ने 6 घंटे की भीतर ही खुलासा करते हुए दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने दोनों के खिलाफ मुकद्मा दर्ज कर उनका चालान कर दिया है।
रोशनाबाद में घटना का खुलासा करते हुए एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि शिवमंदिर चौक बहादराबाद, हरिद्वार निवासी प्रेमचन्द पुत्र कुलचन्द ने बहादराबाद पुलिस को तहरीर देकर बतायसा था कि उनका पुत्र कार्तिक कुमार रामधाम कालोनी रानीपुर स्थित अपनी अनिका पैथोलोजी लैब 12 जनवरी की सुबह गया था, लेकिन 24 घंटे से ज्यादा होने पर भी वापस नही लौटा। इस उक्त सम्बन्ध में बहादराबाद पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज करते हुए कार्तिक की तलाश के प्रयास शुरु कर दिए। इसी दौरान जानकारी मिली कि कार्तिक के मोबाइल से कार्तिक की मां अंगूरी देवी को एक काल आयी। जिसमंे अज्ञात कॉलर द्वारा कार्तिक की मां से कार्तिक की जान सलामती के लिए 70 लाख फिरौती मांगी गई और पुलिस को न बताने की चेतावनी दी गई। इससम्बन्ध में कार्तिक की मां के बयान पर गुमशुदगी को फिरौती के लिए अपहरण में तरमीम कर कार्तिक की तलाश शुरू कर दी गई।
जानकारी मिलते ही एसएसपी अजय सिहं द्वारा तत्काल एसपी क्राइम रेखा यादव, एसपी सिटी स्वतन्त्र कुमार व सीओ ज्वालापुर निहारिका सेमवाल के साथ बहादराबाद पुलिस व सीआईयू की टीम गठित कर अपराध के जल्द खुलासे के निर्देश दिए।
विभिन्न पहलुओं पर जांच कर रही पुलिस टीम को जानकारी मिली कि कार्तिक ने 13 जनवरी को कुल तीन ट्रांजेक्शन किये। उक्त ट्रांजेक्शन शराब के ठेके, मुरादाबादी बिरयानी सेन्टर व कृष्णा ट्रेडर्स से होने की जानकारी मिलते ही सम्बन्धित स्थानों की सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। जिसमें एक लाल जैकेट पहना हुआ स्कूटी सवार लडका मोबाइल बारकोड से पैसे ट्रांसफर करते हुये दिखा। लाल जैकेट पहने लड़के की पहचान पैथोलोजी लैब में सेम्पल लेने का काम कर निपेन्द्र के रूप में हुई।
सख्ती से पूछताछ करने पर संदिग्ध निपेन्द्र ने लैब मंे कार्यरत शहादत अली के साथ हत्या को अंजाम देने की बात स्वीकारते हुए मृतक कार्तिक का शव अभियुक्त शहादत के दादुपुर स्थित किराये के कमरे मंे छिपाना स्वीकार किया गया। निपेन्द्र व शहादत को इकबालिया बयान के आधार पर गिरफ्त में लेकर निशादेही पर किराए के कमरे के बाथरुम से शव बरामद किया। मौके पर पहुंची मोबाइल फोरेन्सिक टीम द्वारा साक्ष्य एकत्र किये।
मृतक की पैथोलोजी लैब में पिछले 8 माह से उक्त लैब मंे सेम्पलिंग का कार्य कर रहे अभियुक्त शहादत अली व पिछले 03 माह से काम कर रहे अभियुक्त निपेन्द्र ने अपनी माता-पिता के इकलौते पुत्र मृतक कार्तिक के माता-पिता का लगभग 70 से 80 लाख रुपये का मकान होने की जानकारी मिलने पर सारी वारदात का तानाबाना बुना। अभियुक्तों की योजना चुपके से शव को नाले में बहाकर फिरौती की रकम लेकर नौ दो ग्यारह होने की थी, लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने दोनों को दबोच लिया। अपहृत कार्तिक की हत्या के बाद अभियुक्तों ने उसका एन्ड्राइड मोबाइल तोड़कर नहर मे फेंक दिया और छोटा कीपेड मोबाइल फिरौती मांगने के लिये प्रयोग मंे लाया गया।
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने अपने नाम शहादत अली पुत्र छोटेखान निवासी कस्बा सहसपुर थाना स्योहारा जिला बिजनौर उ.प्र. हाल निवासी सलेमपुर रानीपुर, हरिद्वार व निपेन्द्र कुमार पुत्र राकेश कुमार निवासी मुस्तफाबाद गदनपुरा थाना हीमपुर दीपा जिला बिजनौर उ.प्र. हाल निवासी सलेमपुर रानीपुर हरिद्वार बताए। पुलिस ने दोनों आरांेपियो के खिलाफ मुकद्मा दर्ज कर उनका चालान कर दिया। आरोपियों को पकड़े वाली पुलिस टीम का एसएसपी ने 10 हजार ईनाम की घोषणा की है।