उत्तराखंड में बादल फटने से तीन लोग लापता, ऋषिकेश-केदारनाथ मार्ग बंद

पहाड़ों की रानी मसूरी में भी देर रात हुई मूसलाधार बारिश से जनजीवन खासा प्रभावित हो गया है। लगातार बारिश से तापमान में भी भारी गिरावट दर्ज की गई है। वहीं, चकराता में बिजनाड खड्ड के पास बादल फटने की खबर आई है। बादल फटने के बाद चार लोग लापता हो गए थे। जिसके बाद एक व्यक्ति का शव बरामद कर लिया गया है।
जानकारी के मुताबिक, विकासनगर इलाके में दो दिन से लगातार बारिश हो रही है। आज सुबह चकराता में बिजनाड खड्ड के पास बादल फटा है। बादल फटने से दो गौशाला ढह गई है। जबकि तीन लोग लापता हैं। गौशाला में बंधी गाय, बकरी के भी दबने की सूचना मिली है। फसलों को भी नुकसान हुआ है। बादल फटने की खबर स्थानीय गांव के लोगों ने तहसील प्रशासन को दी। स्थानीय लोग राहत कार्य में जुटे हुए हैं।


विश्व विख्यात केदारनाथ धाम में दो दिनों से बारिश और बर्फबारी हो रही है। केदारनाथ की चोटियों ने एक बार फिर से बर्फ की सफेद चादर ओढ़ दी है। लगातार दो दिनों से हो रही बारिश के कारण केदारनाथ धाम में चल रहे सभी प्रकार के पुनर्निर्माण कार्य भी ठप पड़ गये हैं। केदारनाथ धाम के अलावा संपूर्ण रुद्रप्रयाग जनपद में बारिश के चलते ठंड भी बढ़ गई है। मौसम विभाग की अनुसार, रुद्रप्रयाग जनपद में दो दिनों से लगातार बारिश हो रही है। बारिश के कारण आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बारिश के कारण मसूरी-देहरादून मार्ग गलोगी पावर हाउस के पास भूस्खलन से बाधित हो गया है, जिससे लोगों को आवाजाही में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, लोक निर्माण विभाग द्वारा सड़क पर आए मलबे को हटाने का काम जारी है। इसके अलावा भूस्खलन से कांडीखाल के पास मसूरी-यमुनोत्री मार्ग भी मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया है। मसूरी ही नहीं, उत्तराखंड के अधिकांश हिस्सों में दिनभर बारिश होती रही। बारिश के चलते उत्तराखंड के पहाड़ी और निचले इलाकों के तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है। लगातार बारिश से लोगों को अपने काम पर जाने में परेशानी हो रही है। वहीं, बारिश के होने से नाले खालों में भी पानी भर गया है। बारिश होने से ठंड भी लगातार बढ़ रही है। मई के महीने में तापमान में गिरावट पहले कभी नहीं देखा गया है।

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