शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर व श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज को आज फिर पुलिस की ताकत के समक्ष दयनीय समर्पण करना पड़ा। आज महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज को दिल्ली स्थित बिड़ला मन्दिर में चल रहे अखिल भारत हिन्दू महासभा द्वारा आयोजित हिन्दू सम्मेलन को सम्बोधित करने जाना था, जहां उन्हें हिन्दू राष्ट्र के विषय में अपने विचार रखने के लिये मुख्य वक्ता के रूप में बुलाया गया था।

महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी ने इसकी सूचना एक हफ्ते पहले ही पुलिस को दे दी थी। आज से पहले इस पर कोई भी आपत्ति पुलिस और प्रशासन के द्वारा नहीं कि गयी थी, परंतु आज सुबह से ही दिल्ली पुलिस के खुफिया विभाग और थाना संसद भवन के अधिकारियों की एक टीम ने मन्दिर में डेरा डाल दिया और महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी को दिल्ली जाने से रोकने के लिये गाजियाबाद पुलिस के साथ मिलकर अपनी ताकत का खुलकर प्रदर्शन किया।
पस को जारी बयान में उन्होंने कहाकि सुबह क्षेत्रीय एसीपी रवि प्रकाश सिंह ने आकर महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी को दिल्ली जाने का कार्यक्रम रद्द करने को कहा, जिसे महामंडलेश्वर ने विनम्रता के साथ मना कर दिया, जिससे एसीपी नाराज होकर चले गए। उन्होंने अतिरिक्त पुलिस बल बुलाकर वेब सिटी थानाध्यक्ष बृजेश कुमार कुशवाहा को महामंडलेश्वर को हर सम्भव तरीके से रोकने का आदेश दिया। एसीपी के आदेश के बाद थानाध्यक्ष ने अपनी भाषा मे महामंडलेश्वर और अन्य सन्तों को समझाया और मन्दिर में ही नजरबंद कर दिया। पुलिस की ताकत के समक्ष बेबस महामंडलेश्वर ने इसे अपने और हिन्दू समाज के लोकतांत्रिक अधिकारांे का हनन बताया।