हरिद्वार। नगर निगम ने शहर को कूड़ा मुक्त करने के अपने संकल्प की ओर एक और कदम बढ़ाया। सराय में स्थित एकीकृत कूड़ा प्रबंधन सयंत्र में अविरल परियोजना के सहयोग से सूखे कूड़े के निस्तारण हेतु मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी का निर्माण कराया जा रहा है। शहर के कई निवासियों द्वारा अब कूड़े को अलग-अलग यानी गीला और सूखा में विभाजित कर डोर टू डोर सेवा को दिया जा रहा है। इस सूखे कूड़े को संसाधन में परिवर्तित करने का काम इस एमआरएफ में होगा।
इस एमआरएफ के लिए जमीन की उपलब्धता न होने पर नगर निगम ने सराय स्थित कूड़े के 12000 टन के ढेर को दिन-रात कार्य कर साफ किया और जगह बनायी। एमआरएफ का शिलान्यास आज मेयर श्रीमती अनीता शर्मा, पार्षद राजेश शर्मा, श्रीमती मोनिका सैनी, श्रीमती रेनू अरोरा श्रीमती पिंकी चौधरी पार्षद अनुज, नगर आयुक्त दयानन्द सरस्वती सहायक नगर आयुक्त एमएल शाह, अधिशाषी अभियंता श्रीमती रचना पायल, सेनेटरी इंस्पेक्टर विकास छाछर ने संयुक्त रूप से किया। इस कार्यक्रम में कासा ग्रीन संस्था के वरिष्ठ अधिकारी एवं सराय प्लांट में सफाई के इंचार्ज आयुषी हाइजीन से सुधीर भी मौजूद रहे। सराय ग्राम के स्थानीय लोग भी इस कार्यकम में पहुंचेे और नगर निगम के काम की सराहना की ।
इस एमआरएफ में प्रतिदिन अधिकतम 5 टन सूखे कूड़े का प्रसंस्करण होगा एवं गंगा नदी में जा रहे प्लास्टिक की मात्रा में कमी आएगी। अविरल परियोजना के अंतर्गत 4 से 5 महीने में यह प्लांट बन कर तैयार हो जायेगा और नगर निगम को हस्तांतरित कर दिया जायेगा।

सराय में कूड़े के ढेर की जगह बनेगा मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी


