हरिद्वार। उत्तराखंड एसटीएफ को एक बार फिर से बड़ी सफलता मिली है। एसटीएफ ने सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के शातिर सदस्य को लखनऊ से गिरफ्तार किया है। ये गिरोह देश के कई राज्यों में बेरोजगार लोगों से करोड़ो रुपयों की ठगी कर चुका है। जानकारी के मुताबिक ये गिरोह फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया में नौकरी का झांसा देकर पहाड़ के नौजवान युवक, युवतियों से दस-दस लाख रुपए लेकर धोखाधड़ी करता था। गिरफ्तार अभियुक्त कपिल सैनी पुत्र धर्मपाल सैनी, निवासी 158 मोहल्ला नीलखुदाना, जनपद हरिद्वार का निवासी है। स्सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर अब तक इस गिरोह द्वारा करीब एक करोड़ से ऊपर की रकम की धोखाधड़ी की गई है। गिरोह का मास्टरमाइंड पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
देहरादून के रहने वाले एक युवक के साथ इसी प्रकार की घटना घटित हुई। जिसमें शिकायतकर्ता की पहचान उनके मित्र द्वारा अपने भाई एवं उसके दोस्त से करवायी। जिनके द्वारा शिकायतकर्ता को फूड कॉर्पोरेशन ऑफ इण्डिया में 10 लाख रुपये में नौकरी दिलाने की बात कही। जिस पर विश्वास करते हुये शिकायतकर्ता ने अपने जानकारों से पैसों की व्यवस्था की। जिसके बाद उसने 10 लाख रुपए दिए।
ठगों ने युवक का पुलिस वेरिफिकेशन करवाने के साथ फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया का फर्जी आईकार्ड और ज्वॉनिंग लेटर भी थमा दिया तथा फर्जी तरीके से गोरखपुर में प्रशिक्षण भी करवाया। बाद में जब ज्वॉइनिंग लेटर पर अंकित तिथि को शिकायतकर्ता ने अभियुक्तों को फोन किया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। इस पर शक होने पर जब शिकायतकर्ता ने एफसीआई देहरादून में जाकर आईकार्ड और ज्वॉनिंग लेटर के बारे में पता किया तो उसके होश उड़ गये। जिसके बाद शिकायतकर्ता ने साइबर क्राइम के समक्ष मामला दर्ज करवाया। इससे पहले गिरोह के मास्टरमाइंड विकास चन्द्रा को एसटीएफ टीम ने गिरफ्तार किया था। विकास चन्द्र की गिरफ्तारी के बाद साइबर क्राइम पुलिस ने वांछित चल रहे लोगों को उत्तर प्रदेश के जनपद लखनऊ से गिरफ्तार किया।

हरिद्वार का युवक सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करता था, लखनऊ से हुआ गिरफ्तार


