हरिद्वार। अस्ट्रेलिया में महिलाओं से छेड़छाड़ करने के मामले में फंसे आनन्द गिरि को जेल से छुड़ाने के लिए नरेन्द्र गिरि ने पांच करोड़ रुपये की रकम को आस्ट्रेलिया भेजा था। पांच करोड़ की रकम कहां से आयी थी इसका सीबीआई को पता नहीं चल पाया। हालांकि सीबीआई ने अपनी चार्ज सीट कोर्ट में पेश करने के बाद जांच जारी होने की बात कही है। किन्तु सूत्र बताते हैं कि सीबीआई लगभग जांच को पूरा कर चुकी है। वहीं हरिद्वार के एक बबलू नाम के व्यक्ति से भी रुपये के लेनदेन की बात सीबीआई की जांच में सामने आयी है।
सूत्र बताते हैं कि आनन्द गिरि और नरेन्द्र गिरि के बीच विवाद को हवा देने में कुछ लोगों की भूमिका महत्वपूर्ण रही, किन्तु सीबीआई को ऐसे लोगों के खिलाफ कोई पुख्ता सबूत हाथ नहीं लग पाये और न ही इस दिशा में जांच को ठोस तरीके से किया गया। सूत्र बताते हैं कि नरेन्द्र गिरि की मौत से संबंधित सीबीआई के पास बहुत से सबूत हैं, किन्तु ऐसा कोई पुख्ता सबूत हाथ नहीं आया जिससे बड़ी मछली इस जाल में फंस सके। वहीं सूत्र बताते हैं कि आशीष गिरि मामले में भी किसी ने मामले में रूचि नहीं दिखायी अन्यथा कई बड़े चेहरे नरेन्द्र गिरि और आशीष गिरि मामले में बेनकाब हो सकते थे। आनन्द गिरि को इस मामले में अब जेल की सजा होना निश्चित बताया जा रहा है। कारण की सीबीआई के पास आनन्द गिरि के खिलाफ इलेक्ट्रोनिक दस्तावेज काफी अधिक हैं जिस कारण से आनन्द गिरि का बचना नामुमकिन है। वहीं जेल में बंद आनन्द गिरि को जमानत मिलने के बाद इस मामले का एक बार फिर से मुखर होना तय है और कई बड़ी मछलियों पर इसकी आंच आने की पूरी संभावना है।

आनन्द को बचाने के लिए पांच करोड़ भेजे थे आस्ट्रेलिया, लेनदेन में हरिद्वार के भी एक व्यक्ति का जिक्र


