इंडिया स्किल्स प्रतियोगिता में उत्तराखंड के विजेताओं को मिले 2 स्वर्ण व 2 रजत पदक

देहरादून। दो दिनों के जोश और धैर्य के शानदार प्रदर्शन के बाद, उत्तराखंड के विजेताओं ने आज उत्तरी क्षेत्र के लिए इंडिया स्किल्स 2021 क्षेत्रीय प्रतियोगिता में 2 स्वर्ण और 2 रजत पदक प्राप्त किए। हरियाणा सरकार के उपाध्यक्ष ने 109 विजेताओं को सम्मानित किया। इंद्रधनुष सभागार, पंचकुला, हरियाणा में आयोजित इंडिया स्किल्स उत्तर क्षेत्रीय प्रतियोगिता के समापन समारोह में 55 विजेताओं को 21,000 रुपये के नकद पुरस्कार के साथ स्वर्ण पदक, और 54 विजेताओं को रजत पदक और 11,000 रुपये की पुरस्कार राशि से सम्मानित किया गया।
उत्तराखंड से अभिनव वर्मा और श्वेता बांकुरा ने 3डी डिजिटल गेम आर्ट एंड ग्राफिक डिजाइन टेक्नोलॉजी में स्वर्ण पदक जीते, साइबर सुरक्षा में दीपेश चौहान और प्रशांत सैनी ने रजत पदक जीते।
उत्तरी क्षेत्रीय प्रतियोगिता का समापन समारोह डॉ. अनंत प्रकाश पांडेय, महानिदेशक, विदेशी सहयोग एवं मिशन निदेशक, हरियाणा कौशल विकास मिशन (एचएसडीएम), हरियाणा सरकार, डॉ. नेहारिका वोहरा, वाइस चांसलर, दिल्ली स्किल एंड एंटरप्रेन्योरशिप यूनिवर्सिटी, पद्म श्री कंवल सिंह चौहान, और जयकांत सिंह, सीनियर हेड, वर्ल्ड स्किल्स इंडिया की उपस्थिति में हुआ। सभी ने विजेताओं को बधाई दी और युवाओं का उत्साह बढ़ाया।
प्रतियोगिता में आठ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों चंडीगढ़, दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, पंजाब, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के 19 से 24 वर्ष की आयु के 450 से अधिक युवा प्रतिभागियों ने एक साथ आकर 45 से अधिक कौशल जैसे ब्रिक लेयिंग, ऑटोबॉडी रिपेयर, वेल्डिंग, ब्यूटी थेरेपी, होटल रिसेप्शन, मोबाइल रोबोटिक्स, हेल्थ एंड सोशल केयर, लैंडस्केप गार्डनिंग, कारपेन्टरी, पेंटिंग और डेकोरेटिंग, वेब टेक्नोलॉजी आदिमें अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया। दिल्ली ने सर्वाधिक पदक (21) हासिल किए, उसके बाद चंडीगढ़ (19) और हरियाणा (19), उत्तर प्रदेश (18), पंजाब (12), उत्तराखंड (4) और हिमाचल प्रदेश (2) और जम्मू कश्मीर (1) का स्थान रहा। कौशल प्रतियोगिताएं चंडीगढ़ (12), हिमाचल प्रदेश (1) और उत्तर प्रदेश (1) में 14 सहयोगी संस्थानों (पीआई) में आयोजित की गईं।
हरियाणा सरकार के उपाध्यक्ष रणबीर गंगवा ने कहाकि इंडिया स्किल्स के माध्यम से, युवाओं को देश के लिए एक मूल्यवान संसाधन बनने का आजीवन अवसर मिल रहा है। यह प्रतियोगिता न केवल व्यक्तिगत विकास और पहचान को सक्षम बनाती है बल्कि राष्ट्रीय और वैश्विक प्लेटफार्मों को उजागर करती
वर्ल्ड स्किल्स इंडिया के सीनियर हेड जयकांत सिंह ने कहा, ष्कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय के मार्गदर्शन में एनएसडीसी विभिन्न योजनाओं के माध्यम से युवाओं में उद्यमशीलता की भावना पैदा करने के लिए उन्हें बढ़ावा देने और कौशल प्रदान करने के लिए संकल्पबद्ध है।

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