विनोद कुमार
हरिद्वार। बाणगंगा-2 में पट्टेधारकों की खेती की भूमि पर हो रहे अवैध खनन को रोकने के लिए जिला प्रशासन ने उक्त भूमि को खनन प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित कर दिया है। राजस्व विभाग ने उक्त भूमि पर खनन प्रतिबंधित बोर्ड लगा दिए हैं। इस कार्यवाही से बाणगंगा के किसानों में खुशी की लहर है। किसानों ने जिलाधिकारी का धन्यवाद किया।
जानकारी के मुताबिक ग्राम पंचायत बाणगंगा 2 में हो रहे अवैध खनन को रोकने के लिए ग्रामीणों ने बीते 5 दिसंबर को जिलाधिकारी का कार्यालय के सामने भूख हड़ताल पर बैठने का फैसला किया था। शासन प्रशासन ने किसानों की भूख हड़ताल को टालने के लिए थाना अध्यक्ष पथरी रविंद्र कुमार और तहसीलदार प्रियंका रानी को किसानों से बात करने के लिए भेजा था।
मौके पर पहुंचकर तहसीलदार प्रियंका रानी ने किसानों से बात की थी और उनसे जिलाधिकारी से मिलकर मामले की समस्या को लेकर बात करने को कहा था। वही ग्रामीणों ने तहसीलदार की बात मानकर जिलाधिकारी कवेंद्र सिंह से मुलाकात की थी और खेती की भूमि पर हो रहे अवैध खनन और आवंटित की गई भूमि पर कब्जा दिलाने को लेकर एक ज्ञापन दिया था, जिसमें ग्रामीणों द्वारा मांग की गई थी कि पथरी वनखण्ड बाणगंगा नं0-2, की भूमि से अवैध खनन को तत्काल रोका जाए और उस भूमि को खनन प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित किया जाए।
वही मामले का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी कवेंद्र सिंह ने किसानों को कार्रवाई का भरोसा दिलाया था। जिलाधिकारी कवेंद्र सिंह ने बाणगंगा 2 के संबंधित क्षेत्र नई कुंडी व भूआपुर के कुछ हिस्से को खनन प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित कर खनन प्रतिबंधित बोर्ड लगाने के एसडीएम अजय वीर सिंह को निर्देशित किया था, जिसमें एसडीएम अजय वीर सिंह ने कार्रवाई करते हुए नायब तहसीलदार वेदपाल सिंह और हल्का लेखपाल अनिल कुडीयाल को मौके पर भेज कर उक्त भूमि को खनन प्रतिबंधित घोषित कर बोर्ड लगाने के आदेश दिए हैं। वही नयाब तहसीलदार वेदपाल सिंह और हल्का लेखपाल अनिल कुंडियाल ने आज मंगलवार को मौके पर पहुंचकर क्षेत्र में खनन प्रतिबंधित बोर्ड लगाए हैं, जिसमें साफ-साफ अंकित कराया गया है कि यह संपत्ति राजस्व ग्राम बाणगंगा-2 राज्य सरकार की संपत्ति है जो खनन प्रतिबंधित क्षेत्र है।
उक्त समस्त राजस्व ग्राम बाणगंगा 2 में अवैध खनन व परिवहन किया जाना दंडनीय अपराध है। इस दौरान नायाब तहसीलदार वेदपाल सिंह बताया जिला प्रशासन द्वारा बाणगंगा 2 क्षेत्र को खनन प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित किया गया है। भूमि को चिन्हित कर खनन प्रतिबंधित बोर्ड लगाए गए। यदि कोई व्यक्ति इस क्षेत्र में खनन करता पाया जाता है तो उसके खिलाफ कठोर कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
इस मौके पर राजेन्द्र व रोहतश नरेश कुमार, सुनील कुमार, अरविंद कुमार, अंकुर चौहान, अजय चौहान, रिशिपाल, सोहन सिंह, सतीश कुमार, जितेंद्र, रविंद्र, सतीश कुमार, संजय, अमर सिंह आदि ग्रामीण मौजुद रहे।