1- सुबह सात बजे
मलाई रहित दूध एक गिलास, दो चम्मच शक्कर के साथ, साथ में 3-4 बादाम भी लीजिए।
2- सुबह नौ बजे
अंकुरित अनाज एक प्लेट, मिक्स या वेजीटेबल उपमा।
3- दोपहर 12 बजे
दो चपाती चोकर सहित, छिलके वाली दाल एक कटोरी, आधा कटोरी चावल, एक कटोरी हरी सब्जी, दही एक कटोरी और सलाद।
4- तीन या चार बजे
चाय एक कप, भेल एक प्लेट या दो बिस्किट, फल एक (सेव, संतरा, कच्चा जाम, अनार, नाशपती आदि)।
5- सात या आठ बजे
दिन में लंच के समय, जैसा भोजन खाया है , ठीक वैसा ही रात के भोजन में भी लीजिए।
6- नौ बजे
फल एक या दूध का आधा गिलास।
ध्यान रखने योग्य बातें
इसके अतिरिक्त हृदय रोग के रोगी को, यह भी ध्यान में रखना चाहिए।
दिनभर में दो-तीन चम्मच घी व चार-पांच चम्मच तेल का उपयोग भोजन में करना चाहिए।
हृदय रोगी को नमक, मिर्च तथा तले-भुने भोजन का प्रयोग कम से कम करना चाहिए या हो सके तो नहीं करना चाहिए।
हरी पत्तेदार सब्जियों एवं फल का सेवन अधिक मात्रा में करना चाहिए।
धूम्रपान, शराब या अन्य किसी नशीली वस्तु का सेवन बंद कर देना चाहिए।घी, मक्खन इत्यादि का सेवन कम से कम करना चाहिए।
आंवला या लहसुन का सेवन प्रतिदिन करना चाहिए।
सेब के मुरब्बे का सेवन हृदय रोगियों को विशेषकर करना चाहिए।
हल्के-फुल्के व्यायाम तथा सुबह की सैर को अपनी दिनचर्या में अवश्य शामिल करना चाहिए।
हृदय रोग के मरीजों के लिए दूध, जौ, बादाम, टमाटर, चैरी, मछली, बीटा ग्लूकोज बहुत फायदेमंद है।
ऐसी डाइट कोलेस्ट्रॉल को घटाने में सहायता करती है।
इस तरह का भोजन 40 से ज्यादा उम्र वाले ह्रदय के रोगियों के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। इसके अतिरिक्त नियमित व्यायाम भी आवश्यक है।
Dr. (Vaid) Deepak Kumar
Adarsh Ayurvedic Pharmacy
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