विनोद धीमान
हरिद्वार। लक्सर कोतवाली क्षेत्र की सुल्तानपुर चौकी पर उस वक्त एक अलग ही नज़ारा देखने को मिला, जब चोरी की शिकायत दर्ज कराने आए एक व्यक्ति की गाड़ी पर पुलिस की नजर ठहर गई। गाड़ी प्राइवेट थी, लेकिन उस पर “उत्तराखंड सरकार” लिखा हुआ था और साइड में तिरंगा झंडा वह भी उल्टा लगा हुआ था। इस पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए वाहन को कब्जे में ले लिया।
जानकारी के अनुसार, टीकमपुर गांव निवासी एक व्यक्ति किसी रकम की चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराने सुल्तानपुर चौकी पहुंचा था। उसके साथ उसका एक रिश्तेदार भी आया था, जो थाना सिडकुल रोशनाबाद क्षेत्र का निवासी है। वह हुंडई कार में अन्य परिजनों के साथ चौकी तक पहुंचा था और वाहन को नीचे खड़ा कर दिया गया था।
इसी दौरान एसएसपी कार्यालय से सभी थाना व चौकी प्रभारियों को रूटीन वाहन चेकिंग के निर्देश जारी हुए थे। चौकी प्रभारी वीरेंद्र सिंह नेगी टीम सहित चेकिंग के लिए निकले, तभी चौकी के पास खड़ी एक निजी कार पर उनकी नजर गई। वाहन पर “उत्तराखंड सरकार” लिखा था और साइड मिरर के पास एक उल्टा तिरंगा झंडा भी लगा हुआ था, जो कि स्पष्ट रूप से राष्ट्रीय ध्वज का अपमान माना जाता है।
चौकी प्रभारी वीरेंद्र नेगी ने तुरंत वाहन को कब्जे में लेते हुए कार्रवाई शुरू की। पूछताछ में पता चला कि गाड़ी किसी जल निगम से संबद्ध एक अभियंता की बताई जा रही है।
कानून का उल्लंघन, राष्ट्रीय गौरव का अपमान
चौकी प्रभारी ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस और भारत सरकार के मोटर वाहन अधिनियम के अनुसार,
किसी भी निजी वाहन पर “उत्तराखंड सरकार” या “भारत सरकार” लिखना गैरकानूनी है। तिरंगा उल्टा लगाना राष्ट्रीय गौरव का अपमान और कानूनी अपराध है।
पुलिस ने मौके पर ही वाहन का चालान किया और वाहन स्वामी को तत्काल सभी आपत्तिजनक चिन्ह और झंडा हटाने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही चेतावनी दी गई है कि भविष्य में इस तरह की गलती दोहराई गई तो सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।