24 घंटे के अंदर पुलिस ने किया सनसनीखेज लूट का खुलासा
हरिद्वार। दिनदहाड़े मनी ट्रांसफर कंपनी के कर्मियों से हुई लाखों की लूट का पुलिस ने 24 घंटे के भीतर खुलासा कर दिया। पुलिस ने लूट के मास्टर माइंड समेत चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपितों के पास से 13.90 लाख रुपये बरामद किए हैं।
शुक्रवार को मायापुर चौकी पर मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि लूट की घटना के बाद कंपनी के कर्मचारी ने पुलिस को बताया कि कुछ बदमाश उनके हाथ से थैला छीनकर भाग गए हैं। जिसमें कुछ कागजात, चाबियां व कुछ पैसे थे। जब तक मामले का पूरा पता चलता तब इस घटना को हुए 40 मिनट हो चुके थे। तब तक मौके पर पहुंचे पुलिस के आलाअधिकारियों ने जब सख्ती से पूछताछ की तो तीनों कर्मचारियों में राहुल त्यागी पुत्र शिव कुमार निवासी ग्राम थल मिनादपुर थाना स्याना जिला बुलन्दशहर उ.प्र. हाल डी-4 शिवालिक नगर रानीपुर हरिद्वार ने बताया की थैले में 14.50 लाख रुपये थे। साथ ही उसने घटना में संलिप्त होने की बात भी स्वीकार कर ली। जिसमें उसने बताया की उसने मोनू पाल पुत्र बीर सिंह निवासी अमित विहार कालोनी कूकडा थाना नई मण्डी जिला मुज्जफ्र नगर उ.प्र. हाल निवासी रावली महदूद सिडकुल हरिद्वार के साथ मिलकर पूरी घटना का ताना-बाना बुना। मोनू पाल ने अपने साथियों सोमित पाल व सागर निवासी मुज्जफ्रनगर को शामिल कर घटना को अंजाम दिया। बता दें कि बीते कल ज्वालापुर स्थित सैक्टर 2 गुरुद्वारे के सामने दिनदहाड़े तीन बाईक सवार लुटेरे मनी ट्रांसफर कंपनी के कर्मियों से 14.5 लाख रुपए लूट कर फरार हो गए थे।
मामला रानीपुर कोतवाली क्षेत्र से जुड़ा है। शहर के बीचों बीच दिनदहाड़े हुई लूट की इस वारदात से नाराज एसएसपी ने लुटेरों की गिरफ्तारी के लिए अधीनस्थों को 24 घंटे का वक्त दिया था। एसएसपी के सख्त निर्देश पर दौड़ लगाती पुलिस ने आखिरकार अपने कप्तान के दिए टास्क को तय समय के भीतर पूरा करते हुए मामले के चारों अभियुक्तों को धर दबोचा।
ऐसे उठा घटना से पर्दा
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि दरअसल कंपनी के कर्मचारी सुमित त्यागी ने पुलिस को जिस बैग चोरी होने की घटना के बारे में बताया, वह पुलिस को गुमराह कर रहा था, ताकि पुलिस इसको सामान्य घटना मानती रहे। घटना को 40 मिनट बीतने के बाद पुलिस को बताया कि उसमें साढ़े 14 लाख की रकम थी। पुलिस को शक होने पर जब सख्ती से पूछताछ की तो उसने बताया की उसके पड़ोस में रहने वाले साथी मोनू पाल को उसने बताया कि हम कंपनी का ेैश लेकर निकलते हैं। वहां कोई सिक्योरिटी नहीं होती, जिसके चलते आसानी से कैश को लूटा जा सकता है।
आरोपितों का पीछा करती पुलिस पहुंची हरियाणा
घटना स्थल से हरियाणा के गुडगांव तक आरोपितों की लोकेशन व रास्ते में करीब 200 सीसीटीवी खंगालते हुए पुलिस आरोपितों के उस होटल तक पहंुची जहां वह ठहरे हुए थे। किन्तु पुलिस के पहुंचने से पहले ही आरोपित वहां से फरार हो गए थे। आखिरकार पुलिस ने मामले के तीनों आरोपितों मोनू पाल पुत्र बीर सिंह निवासी अमित विहार कालोनी कूकडा थाना नई मण्डी जिला मुज्जफ्र नगर उ.प्र. हाल निवासी रावली महदूद सिडकुल हरिद्वार, सोमित पाल पुत्र बीर सिंह निवासी अलमासपुर थाना नई मण्डी मुज्जफ्र नगर उ.प्र. व सागर पुत्र सुखपाल निवासी बचन सिंह कालोनी थाना नई मण्डी मुज्जफ्र नगर को मुज्जफ्रनगर से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने सभी के खिलाफ मुकद्मा दर्ज कर उनका चालान कर दिया है। मामले का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को कंपनी के स्वामी की ओर से एक लाख का चैक दिया गया।