हरिद्वार। जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल के निर्देशन, अपर जिलाधिकारी बीर सिंह बुिदयाल, पीएल शाह के मुख्य संयोजन एवं नोडल अधिकारी डा. नरेश चौधरी के संयोजन में कांवड़ मेले के दौरान बीईजी आर्मी के तैराक दलों ने अपनी मोटरबोटों एवं सभी संसाधनों के साथ कांवडियों की सुरक्षा के लिये गंगा के विभिन्न घाटों पर तैनात होकर अपनी कर्मठता से कांवडि़यों को डूबने से बचाने का कार्य किया।
कांवड़ मेला अब अपने पूर्ण यौवन पर है जिसमें लाखों कांवडि़ये रोजाना हरिद्वार से जल लेकर अपने गंत्वय के लिए प्रस्थान कर रहे हैं। कांवडि़यों द्वारा गंगा स्नान के साथ-साथ गंगा में तैरने की भी कोशिश की जाती है, जिसके कारण कांवडि़यों की गंगा में डूबने की संभावना हर समय बनी रहती है। इसको मद्देनजर रखते हुए जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल की पहल पर बीईजी आर्मी के कमाण्डेण्ट राजेश सिंह (विसेमे)के निर्देशन, डिप्टी कमाण्डेण्ट संजीव पठानिया, कर्नल दीपक बसकण्डी, लै. कर्नल प्रतीक गुप्ता, लै. कर्नल तपन सांगवान, मेजर एस चक्रवर्ती के नेतृत्व में नायाब सूबेदार वासुदेव, नायाब सूबेदार लखबीर सिंह, हवलदार गुरप्रीत, हवलदार अमनदीप, हवलदार अनील कुमार, लांस हवलदार अजय कुमार, हवलदार विजय सिंह, हवलदार सनातन सेठी, हवलदार प्रफुल बेहरा, हवलदार संजय सिंह, हवलदार संतोष कुमार, हवलदार धर्मेन्द्र सिंह, हवलदार सुखजिन्दर सिंह, हवलदार सी राज कुमार द्वारा कांवड़ मेला क्षेत्र के हरकी पैड़ी के आसपास के सभी घाट तथा रूड़की गंग नहर, गणेश पुल, सोलानी पुल, पिरान कलियर, धनौरी तक के सभी क्षेत्रों में बराबर चौकसी बरती जा रही है।
बीईजी आर्मी तैराक दल ने अब तक 39 शिव भक्त कांवडि़यों की जान बचाकर रेडक्रास स्वयं सेवकों द्वारा प्राथमिक उपचार के उपरान्त सुरक्षित गंतव्य स्थानों को प्रस्थान करा दिया है। आर्मी बीईजी तैराक दल के नोडल अधिकारी डा. नरेश चौधरी ने अवगत कराया कि इस वर्ष कांवडि़यों की अपार समूह को देखते हुए जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल द्वारा जल पुलिस के साथ बीईजी आर्मी तैराक दलों को भी संवेदनशील कांवड मेला क्षेत्रों में तैनात कराया गया है। जो सम्पूर्ण कांवड मेला क्षेत्रों में कांवडियों, श्रद्धालुओं को गंगा में डूबने से बचाने के लिये सहयोग कर रहे है। बीईजी आर्मी तैराक दल की टीम के साथ अपर जिलाधिकारी बीर सिंह बुदियाल, एसडीएम पूरन ंिसंह राणा ने सभी शिव भक्त कांवडि़यों को गंगा में सुरक्षित स्थानों पर ही स्नान करने पुलों से नहीं कूदने की अपील करते हुये सभी घाटों का निरीक्षण किया।